इक्विटी म्यूचुअल फंड की योजनाओं में 7,600 करोड़ रुपए का निवेश किया
इक्विटी म्यूचुअल फंड चुनते वक्त इन बातों का रखें ध्यान. बेंचमार्क इंडेक्स के मुकाबले म्यूचुअल फंड के रिटर्न क्यों पड़ रहे फीके? जानिए सवालों के जवाब.
Equity Savings fund बैलेंस्ड हाइब्रिड फंड्स से किस तरह से अलग होते हैं? इन फंड्स की क्या खूबी होती है ? क्या इनमें निवेश करना चाहिए? देखिए ये शो.
अपने पोर्टफोलियो में हर स्कीम के वेटेज का प्रतिशत पता लगाएं. स्कीम में छोटे एलोकेशन अक्सर ज्यादा आगे नहीं बढ़ाते हैं. ऐसी स्कीम को पहले डंप करना चाहिए
बूस्टर STP बाजार की चाल से लिंक्ड होता है. निवेशक एक बेस अमाउंट फिक्स करता है और फिर बाजार की चाल के मुताबिक उसका 1 गुना या 5 गुना पैसा ट्रासंफर होगा.
हाइब्रिड म्यूचुअल फंड नए निवेशकों के लिए एक अच्छा निवेश हैं क्योंकि एक ही फंड के जरिए इक्विटी और डेट दोनों में निवेश किया जा सकता है.
Mutual Funds Inflow: निवेशकों ने इस बार हाइब्रिड स्कीमों में जमकर निवेश किया है. जून में कुल 12,361 करोड़ रुपये का निवेश हाइब्रिड सेगमेंट में आया है.
इक्विटी आधारित स्कीमों में इन फंड्स को सबसे सुरक्षित माना जाता है. डेट फंड्स के मुकाबले इनमें ज्यादा बढ़िया टैक्स बेनेफिट्स भी मिलते हैं.
अगर आप 1 करोड़ रुपये से ज्यादा का फंड तैयार करने में सफल हो जाते हैं तो आप रिटायरमेंट के बाद के बाद एक आसान जिंदगी जी सकते हैं.
Mutual Funds: कोरोना के उथल-पुथल वाले मार्केट में भी इन फंड्स ने 60-80% से ज्यादा के रिटर्न कमाकर दिए हैं. वहीं 5 साल की अवधि में भी इनका CAGR 11-18% के बीच रहा है.